Product Description ::
Review :
संसà¥à¤•à¤¾à¤°â€“आर– अननà¥à¤¤à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ के इस कनà¥à¤¨à¥œ उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ को यà¥à¤—ानà¥à¤¤à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥€ उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ माना गया है । बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¤µà¤¾à¤¦, अनà¥/ाविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ और रूà¥à¤¿à¤—त संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ पर अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· लेकिन इतनी पैनी चोट की गई है कि उसे सहना सनातन मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं के समरà¥à¤¥à¤•à¥‹à¤‚ के लिठकहीं–कहीं दूà¤à¤° होने लगता है । ‘संसà¥à¤•à¤¾à¤°â€™ शबà¥à¤¦ से अà¤à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¯ केवल बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¤µà¤¾à¤¦ की रूà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से विदà¥à¤°à¥‹à¤¹ करनेवाले नारणपà¥à¤ªà¤¾ के दाह–संसà¥à¤•à¤¾à¤° से ही नहीं है । अपने लिठसà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ निवास–सà¥à¤¥à¤¾à¤¨, अगà¥à¤°à¤¹à¤¾à¤° आदि के बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¥‹à¤‚ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ पर à¤à¥€ रोशनी डाली गई है–सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¾à¤à¥‚षणों और समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿â€“लोलà¥à¤ªà¤¤à¤¾ जैसे संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ पर à¤à¥€! बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£â€“शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ और गà¥à¤°à¥ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‡à¤¶à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ तथा चनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€, बेलà¥à¤²à¥€ और पी जैसे अलग और विपरीत दिखाई देनेवाले पातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की आà¤à¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• उथल–पà¥à¤¥à¤² के सारे संसà¥à¤•à¤¾à¤° अपने असली और खरे–खोटेपन समेत हमारे सामने उघड़ आते हैं ।/ारà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ है?/ारà¥à¤®â€“शासà¥à¤¤à¥à¤° कà¥à¤¯à¤¾ है? कà¥à¤¯à¤¾ इनमें निहित आदेशों में मनà¥à¤·à¥à¤¯ की सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤° सतà¥à¤¤à¤¾ के हरण की सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ है, या होनी चाहिà¤? à¤à¤¸à¥‡ अनेक सवालों पर यू–आर– अननà¥à¤¤à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ जैसे सामरà¥à¤¥à¥à¤¯à¤¶à¥€à¤² लेखक ने अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ साहसिकता से विचार किया है, और यही वैचारिक निषà¥à¤ ा इस उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ को विशिषà¥à¤Ÿ बनाती है ।.
About the Author :
यू–आर– अननà¥à¤¤à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ जनà¥à¤®: 21 दिसमà¥à¤¬à¤°, 1932 ई– में मिलिगे नामक गाà¤à¤µ, जिला शिमोगा (करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤•) । शिकà¥à¤·à¤¾: मैसूर विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से अंगेà¥à¤°à¤œà¥€ साहितà¥à¤¯ में à¤à¤®â€“à¤â€“ और बरà¥à¤®à¤¿à¤‚घम विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ (इंगà¥à¤²à¥ˆà¤‚ड) से पी–à¤à¤šâ€“डी– । कनà¥à¤¨à¥œ के पà¥à¤°à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤ उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤•à¤¾à¤° और कथा–लेखक । यदा–कदा कविताओं की à¤à¥€ रचना । सनॠ1975 में आयोवा विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, 1978 में तà¥à¤«à¥à¤¤à¥à¤¸ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ (अमेरिका) में विज़िटिंग पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° और 1985 में आयोवा विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ लेखक समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ । सनॠ1987 से 1991 तक महातà¥à¤®à¤¾ गां/ाी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, कोटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¯à¤® के उप–कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ और सनॠ1980–1992 के बीच मैसूर विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ के पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤°â€“पद पर कारà¥à¤¯ । नेशनल बà¥à¤• टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, नई दिलà¥à¤²à¥€ के चेयरमैन और साहितà¥à¤¯ अकादेमी के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·â€“पद पर à¤à¥€ कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ रहे । à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤ªà¥€à¤ सहित साहितà¥à¤¯, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और फिलà¥à¤® कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के अनेक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ । देश–विदेश में आयोजित अनेक साहितà¥à¤¯â€“समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨à¥‹à¤‚ में वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ और अनेक संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं की मानद सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ । अवसà¥à¤¥à¤¾, संसà¥à¤•à¤¾à¤° आदि उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ पर फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ । अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€, रूसी, फà¥à¤°à¥‡à¤‚च, हंगेरियन, हिनà¥à¤¦à¥€, बांगà¥à¤²à¤¾, मलयालम, मराठी, गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤à¥€ आदि à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में रचनाओं का अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ । हिनà¥à¤¦à¥€ में अनूदित कृतियाà¤: संसà¥à¤•à¤¾à¤°, अवसà¥à¤¥à¤¾, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤ªà¥à¤° (उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸)य घटशà¥à¤°à¤¾à¤¦à¥à¤§, आकाश और बिलà¥à¤²à¥€ (कहानी संगà¥à¤°à¤¹) । समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¤à¤¿: चेयरमैन, फिलà¥à¤® à¤à¤‚ड टेलिविज़न इंसà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट ।.
Hardcover :
159 pages
Publisher :
Radhakrishna Prakashan (1 January 2018)
Language :
Hindi
Package Dimensions :
20 x 14 x 4 cm
Customer Reviews :
3.7 out of 5 stars
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